तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं। तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं।
अफसानों से परदा हटा दो प्यार को प्यार से मिला दो, धरती बन जायेगी खूबसूरत खुदा की हो अफसानों से परदा हटा दो प्यार को प्यार से मिला दो, धरती बन जायेगी खूबसूरत ...
अकेला हूँ एक मिलते ही, एक और एक ग्यारह हो जाओंगे अकेला हूँ एक मिलते ही, एक और एक ग्यारह हो जाओंगे
उससे जब रुपए खींचें तो जन्नत जैसे नजर आई। उससे जब रुपए खींचें तो जन्नत जैसे नजर आई।
आधिपत्य जमाने की ही कोशिश में लगा रहता है। आधिपत्य जमाने की ही कोशिश में लगा रहता है।
तुम्हारा ख्याल आता नहीं है। तुम्हारा ख्याल आता नहीं है।