आधिपत्य जमाने की ही कोशिश में लगा रहता है। आधिपत्य जमाने की ही कोशिश में लगा रहता है।
मार्ग हो या न हो धूप हो या छाँव हो रहूँगा सदा मैं तत्पर मार्ग हो या न हो धूप हो या छाँव हो रहूँगा सदा मैं तत्पर
और सबसे बड़ी बात इक और आसिफा को मरते ना देखता। और सबसे बड़ी बात इक और आसिफा को मरते ना देखता।
उसी धुरी पर घूमती तत्पर है जैसे बनने को अपने उसी कुनबे की पहचान। उसी धुरी पर घूमती तत्पर है जैसे बनने को अपने उसी कुनबे की पहचान।
सुनने को बात तुम्हारी कान मेरे हैं तत्पर सदा सुनने को बात तुम्हारी कान मेरे हैं तत्पर सदा
तंद्रा से तल्लीनता की स्थिति में कई बार अनचाहे प्रश्न मेरे हृदय में जाग उठते हैं तंद्रा से तल्लीनता की स्थिति में कई बार अनचाहे प्रश्न मेरे हृदय में जाग उठते हैं