उसी धुरी पर घूमती तत्पर है जैसे बनने को अपने उसी कुनबे की पहचान। उसी धुरी पर घूमती तत्पर है जैसे बनने को अपने उसी कुनबे की पहचान।
ध्यान रखें स्वास्थ्य का यदि प्रेम है परिवार से यह मेरा अनुरोध है सम्पूर्ण नारी-संसार से । ध्यान रखें स्वास्थ्य का यदि प्रेम है परिवार से यह मेरा अनुरोध है सम्पूर्ण नार...
मेरे परिवार के हर सदस्य से मिलने को आतुर था मेरा समय। मेरे परिवार के हर सदस्य से मिलने को आतुर था मेरा समय।
प्यार की मूरत है तू, चण्डी का भी स्वरूप है तू, प्यार की मूरत है तू, चण्डी का भी स्वरूप है तू,
कुछ सीखने की खुशी हो नन्ही सी आँखों में कुछ सीखने की खुशी हो नन्ही सी आँखों में
तुम घर की श्री रहीं, सबके जीवन की धुरी रहीं। तुम घर की श्री रहीं, सबके जीवन की धुरी रहीं।