आस्था की है तू लहर है अमृत तू इस धरा पर। आस्था की है तू लहर है अमृत तू इस धरा पर।
न हो इसका अपमान रखेंगे सदा इसका ध्यान तन मन न हो विचलित दूर रहकर भी देंगे साथ। न हो इसका अपमान रखेंगे सदा इसका ध्यान तन मन न हो विचलित दूर रहकर भी देंगे साथ...
जो मैंने दिया था अपने माँ-बाप को, उनकी वृद्धावस्था में। जो मैंने दिया था अपने माँ-बाप को, उनकी वृद्धावस्था में।
यही जीवन का सार है। यही जीवन का सार है।
लम्हों की नमी को महसूस किया था जो तुम्हारी आँखों की कोर पर अटका था तुम बहुत आगे निकल गए अपना पूरा पी... लम्हों की नमी को महसूस किया था जो तुम्हारी आँखों की कोर पर अटका था तुम बहुत आगे ...
प्रेम,इतना विराट है कि जो इसमे खो गया, जीने का अंदाज सीख जाता है। प्रेम,इतना विराट है कि जो इसमे खो गया, जीने का अंदाज सीख जाता है।