प्रकृति की पूजा की वैदिक परंपरा से प्रभावित। प्रकृति की पूजा की वैदिक परंपरा से प्रभावित।
कितना चला हूँ धूप में छालों से पूछ लो कुछ मोल पसीने का निवालों से पूछ लो। कितना चला हूँ धूप में छालों से पूछ लो कुछ मोल पसीने का निवालों से पूछ लो।
भूखे पेट खेत में चिलचिलाती धूप में हमें सोना होगा। भूखे पेट खेत में चिलचिलाती धूप में हमें सोना होगा।
तब मेरी जीवन शक्ति में होती है बढ़ोत्तरी और प्रभु के लिए निकलता है शुक्रिया। तब मेरी जीवन शक्ति में होती है बढ़ोत्तरी और प्रभु के लिए निकलता है शुक्रिया।
मत चलो दूसरों के पीछे, अपना मार्ग स्वयं बनाओ। मत चलो दूसरों के पीछे, अपना मार्ग स्वयं बनाओ।
वह अब उस पर इल्जाम लगाता की बदल गई है वो पहले सी नहीं रही...। वह अब उस पर इल्जाम लगाता की बदल गई है वो पहले सी नहीं रही...।