वह अब उस पर इल्जाम लगाता की बदल गई है वो पहले सी नहीं रही...। वह अब उस पर इल्जाम लगाता की बदल गई है वो पहले सी नहीं रही...।
जो अक्सर गुजरती है मुझसे और धड़धड़ा कर चली जाती है। जो अक्सर गुजरती है मुझसे और धड़धड़ा कर चली जाती है।
फिर से हौसला बढ़ाती है, उत्साह से हर तिनके साथ। फिर से हौसला बढ़ाती है, उत्साह से हर तिनके साथ।
सूरज पर भी उंगली उठा देते हैं झूठी श्रद्धा में सब कुछ लुटा देते हैं बदलते मौसमों को ही देते दोष है... सूरज पर भी उंगली उठा देते हैं झूठी श्रद्धा में सब कुछ लुटा देते हैं बदलते मौसम...
बिखर गए बादल उड़ते पंछी को देखकर एक सोने की चिड़िया पिंजरे में कैद हो रही थी। बिखर गए बादल उड़ते पंछी को देखकर एक सोने की चिड़िया पिंजरे में कैद हो रही थी।
वर्षों अंग्रेजों ने खाया अब हमारे देश को ये राजनीति खाये जाती है कभी सोचता हूँ तो बड़ा अजीब सा... वर्षों अंग्रेजों ने खाया अब हमारे देश को ये राजनीति खाये जाती है कभी सोचता ...