तब मेरी जीवन शक्ति में होती है बढ़ोत्तरी और प्रभु के लिए निकलता है शुक्रिया। तब मेरी जीवन शक्ति में होती है बढ़ोत्तरी और प्रभु के लिए निकलता है शुक्रिया।
फिर भी पता है सनम तुम भीड़ में भी अकेली हो चाहे दुनिया का मेला लगा हो चारों ओर फिर भी पता है सनम तुम भीड़ में भी अकेली हो चाहे दुनिया का मेला लगा हो चारों ओर
इसी वहशत से करता मैं किसी और का इंतजार किसी और का तलबगार मैं सुबह-ओ-शाम होता इसी वहशत से करता मैं किसी और का इंतजार किसी और का तलबगार मैं सुबह-ओ-शाम होता
करेगा सो भरेगा क्यों सोचे समझदार आ बैल मुझे मार। करेगा सो भरेगा क्यों सोचे समझदार आ बैल मुझे मार।
चाहे चाहिए हिमसागर या बहती नदी की धारा यहाँ सब मिलता है बस कर दो इशारा !!! चाहे चाहिए हिमसागर या बहती नदी की धारा यहाँ सब मिलता है बस कर दो इशारा ...
प्यार तो किया पर कभी जताया नहीं चाहा तो बहुत पर कभी बताया नहीं। प्यार तो किया पर कभी जताया नहीं चाहा तो बहुत पर कभी बताया नहीं।