आज के युग में
आज के युग में
आज के युग में
हर व्यक्ति इतना शातिर
नहीं लेता पंगा अपने आप
बहुत सोच समझ उठाता कदम
नहीं समय किसी के पास
नासमझों को समझाने का
समय की नजाकत को देख
नहीं कोई कहता
आ बैल मुझे मार
ऐसों से कुछ कहना
मतलब
अपनी मुसीबत बुलाना।
समझदार को इशारा काफी
बाकी को दे दो माफी
फिर न बैल होगा
न सींग की मार
अपना हाथ जगन्नाथ
करेगा सो भरेगा
क्यों सोचे समझदार
आ बैल मुझे मार।