रानी लक्ष्मीबाई
रानी लक्ष्मीबाई
रानी जी क्या बात करूंँ मैं, रानी बड़ी मर्दानी थी,
उस की गौरव गाथा की सबने सुनी कहानी थी।
हक के लिए लड़ना, सिखलाया लक्ष्मीबाई ने,
दत्तक पुत्र को गद्दी दिलवाने को अंग्रेजी सत्ता को हिलाया रानी ने।
मर्दों संग खेली , बड़ी हुई, कहलाई मर्दानी ,
उसकी गौरव गाथा आज भी पढ़ाई जाती।
रानी के साहस ने सोए भारतीयों की आत्मा को जगाया,
1857 के विद्रोह में अंग्रेजों को मजा चखाया ।
जो सोचा ना था अंग्रेजों ने वह भारतीयों ने कर दिखाया,
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने स्वतंत्रता के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में नाम पाया।