STORYMIRROR

Dakshal Kumar Vyas

Inspirational

3  

Dakshal Kumar Vyas

Inspirational

एक कदम स्वच्छता की ओर

एक कदम स्वच्छता की ओर

1 min
208

एक कदम स्वच्छता की ओर 

लिए लक्ष्य चल पड़े जीवन की ओर

घर गली, मोहल्ला स्वच्छ करने की ठानी है

देश की आन बान शान सुंदरता बढ़ानी है

नन्हे दिल से वृद्ध की लाठी 

पढ़नी है स्वच्छता की पाठी 

स्वाभिमान स्वच्छता से

अभिमान स्वच्छता से

करने सपने पूरे है 

बस एक कदम स्वच्छता की ओर

शर्म कैसी कचरा उचित स्थान पर डालने की

जाती कैसी कचरा उठाने की 

घर गली अब नहीं रहा पराया

कचरा डालने का नहीं लगता किराया

अब नहीं दूर स्वच्छता की ओर 

बस एक कदम स्वच्छता की ओर



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational