STORYMIRROR

Dakshal Kumar Vyas

Drama Crime

4  

Dakshal Kumar Vyas

Drama Crime

अपराध

अपराध

1 min
288

अपराधी बेखौफ है, कानून अंधा है , 

सरकारें पेटियां भर रही और जनता मौन है 

यहां तो अपराधियों का राज है


पुलिस अपराध को छुपा रही , 

मीडिया अपराध और अपराधी को नजरंदाज कर रही

और सोशल मीडिया पर लाइक कमेंट शेयर की धूम है

यहां तो अपराधियों का राज है


चोर, उचक्के, भ्रष्टाचारी, बलात्कारी , खनन माफिया,

साइबर ठग, बहुरूपिए, पाखंडी सब समाज पर कलंक है

फिर भी सरकार इनके संग है

यहां तो अपराधियों का राज है


इज्ज़त लूटी , आबरू लूटी , बलात्कार किया 

पीड़िता सर जुका कर शर्म से मरी जा रही

और वो बलात्कारी नज़र मिलाकर पीस खिलाकर

समाज में बेखौफ घूम रहे 

यहां तो अपराधियों का राज है


जब सरकारें चोर हो कानून के रखवाले गद्दार हो

तब अपराध पर कैसे बेड़ियां पड़े और 

अपराधियों को कैसे दंड मिले।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama