लोग चले जाते हैं रह जाते हैं पन्ने... लोग चले जाते हैं रह जाते हैं पन्ने...
जो गड्ढे तुमनें खोदे हैं अपनी अमानत रखने को, जो गड्ढे तुमनें खोदे हैं अपनी अमानत रखने को,
तेरी हंसी में हंसू तुझे अपने में समेटे हुए बहती जाऊं। तेरी हंसी में हंसू तुझे अपने में समेटे हुए बहती जाऊं।
खफा था तुझसे मैं हर एक बात के लिए मगर ये लफ़्ज़ ना दे सके गवाही। खफा था तुझसे मैं हर एक बात के लिए मगर ये लफ़्ज़ ना दे सके गवाही।
दिल की बात दिल की बात
कहीं मसला ना बन जाये यूँ देखते हो तुम.....! कहीं मसला ना बन जाये यूँ देखते हो तुम.....!