बौनी उड़ान
बौनी उड़ान
जिंदगी में सफल होने के लिए
बहुत कुछ करना पड़ता है
ऊँचाईयों को छूने के लिए
अथक परिश्रम करना पड़ता है।
ऊँचाई पर पहुँच जो करते गर्व
दूसरों को नीचा दिखा होते खुश
रिश्ते-नातों को करते नज़र अंदाज
समझते खुद को शहनशाह।
नहीं समाज में वे इज्ज़त पाते
सबकी नज़रों से गिरते जाते
सफलता उनकी फिर न काम आती
ऊँची उड़ान बौनी कहलाती।
खुद ही नज़रें चुराने को मन करता
पर अब देर होने पर कोई क्या करे
पछता कर भी हाथ न कुछ आता
बौनी उड़ान पर भी अधर में लटके पाता।
