करके स्पर्श उनके अधर तर्जनी निज अधर पर धरी आचमन हो गया। करके स्पर्श उनके अधर तर्जनी निज अधर पर धरी आचमन हो गया।
करके खुद को मेरे हवाले मुझको अकेला छोड़ गया। करके खुद को मेरे हवाले मुझको अकेला छोड़ गया।
इस चुम्बन दिवस पे तुझे अपने अधर भेंट कर दूँ। इस चुम्बन दिवस पे तुझे अपने अधर भेंट कर दूँ।
आ जाओ मेरे गिरधारी अब तो अखियां रो-रो हारी। आ जाओ मेरे गिरधारी अब तो अखियां रो-रो हारी।
प्रियम की मुहब्बत सदा है तुम्हारी, बनाकर दिवाना बनो तुम दिवानी। प्रियम की मुहब्बत सदा है तुम्हारी, बनाकर दिवाना बनो तुम दिवानी।
रख अल्हड़ता इठलाती है। प्रासादों में हँसी कदाचित् ऐसी हमको दिख पाती है।। नयनों के सँग अधर... रख अल्हड़ता इठलाती है। प्रासादों में हँसी कदाचित् ऐसी हमको दिख पाती है।।...