सब शांत, सब मौन और एकांत खोजता जीवन। सब शांत, सब मौन और एकांत खोजता जीवन।
प्रिय तुम्हारे मन में बसी हुई हूं इतना तुम निभा जाओ प्रिय तुम्हारे मन में बसी हुई हूं इतना तुम निभा जाओ
राधा रूप निरख जब कान्हा सुध बुध भूले बीती रात कमल दल फूले राधा रूप निरख जब कान्हा सुध बुध भूले बीती रात कमल दल फूले
मुझे छोड़कर तुम देर तक कभी दूर नहीं रह पाओगे। मुझे छोड़कर तुम देर तक कभी दूर नहीं रह पाओगे।
अब हंसाओ उन्हें सदा ही जन बलखाती हवा को हंसी दे। अब हंसाओ उन्हें सदा ही जन बलखाती हवा को हंसी दे।
हमदम तेरे अंग, संग चलूँगी सांवरिया तोरे रंग में रंगूँगी। हमदम तेरे अंग, संग चलूँगी सांवरिया तोरे रंग में रंगूँगी।