करके स्पर्श उनके अधर तर्जनी निज अधर पर धरी आचमन हो गया। करके स्पर्श उनके अधर तर्जनी निज अधर पर धरी आचमन हो गया।
ईश्वर ने जो सोच रखा है उसमें विघ्न क्यूँ ! होनी तो काहू विधि ना टरे ... ईश्वर ने जो सोच रखा है उसमें विघ्न क्यूँ ! होनी तो काहू विधि ना टरे ...
"परंतु क्या तुमने वो भी सुनाजो मैने नही कहा ? स्वीकृति, समंजन, अभिनंदन, आनंद, सौभाग्य, अनुराग, वात्स... "परंतु क्या तुमने वो भी सुनाजो मैने नही कहा ? स्वीकृति, समंजन, अभिनंदन, आनंद, सौ...
प्रेम को स्वीकारना मुश्किल होता है जब अतीत जीता रहता है! प्रेम को स्वीकारना मुश्किल होता है जब अतीत जीता रहता है!