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भावना कुकरेती

Abstract

4.8  

भावना कुकरेती

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स्वीकृति

स्वीकृति

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प्रेम को स्वीकारना

मुश्किल होता है 

जब अतीत जीता रहता है

उससे भी 

मुश्किल होता है

प्रेम को अस्वीकार करना

जब कहीं 

वर्तमान रीता रहता है।

इस बीच भविष्य 

कांपता रहता है

भय से ।



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