अनुराग हो या प्यार हो क्रोध हो या पश्चाताप हो दुःख भरी दास्ताँ का उद्गार हो हमें तो जांचना परख... अनुराग हो या प्यार हो क्रोध हो या पश्चाताप हो दुःख भरी दास्ताँ का उद्गार हो ...
कभी तू संयोग है और है वियोग कभी कभी सुखद भोग तू, कभी कठिन योग है जीवन की संजीवनी तो कभी भयंकर रोग ... कभी तू संयोग है और है वियोग कभी कभी सुखद भोग तू, कभी कठिन योग है जीवन की संजीव...
इस तरह ही अपने हुनर का जादुई करिश्मा लोगों को दिखाता हूँ ! इस तरह ही अपने हुनर का जादुई करिश्मा लोगों को दिखाता हूँ !
जैसा विधाता ने लिख कर भेजा होता है, उसका भाग्य जिसे करना ही होता है, जैसा विधाता ने लिख कर भेजा होता है, उसका भाग्य जिसे करना ही होता है,
मान तो रखना ही था अपने अज़ीज़ का, कैसे तबाह होने देती एक अटूट भरोसे की डोर मेरी ऊँगलि... मान तो रखना ही था अपने अज़ीज़ का, कैसे तबाह होने देती एक अटूट भरोसे ...
कोई मुखौटा न हो, शुद्ध हो आचरण। एक ही ईश्वर हो, जिसका करें सब वंदन। कोई मुखौटा न हो, शुद्ध हो आचरण। एक ही ईश्वर हो, जिसका करें सब वंदन।