कर लो स्वागत बनकर दुल्हन नयी नवेली। कर लो स्वागत बनकर दुल्हन नयी नवेली।
कभी तू संयोग है और है वियोग कभी कभी सुखद भोग तू, कभी कठिन योग है जीवन की संजीवनी तो कभी भयंकर रोग ... कभी तू संयोग है और है वियोग कभी कभी सुखद भोग तू, कभी कठिन योग है जीवन की संजीव...
वो आती चंचल तितली सी ख्वाबो में मेरे मैं नादान भृमर सा उसके लिए गुंजार करूं वो आती चंचल तितली सी ख्वाबो में मेरे मैं नादान भृमर सा उसके लिए गुंजार करूं
आग दिल के लागल हम बुझावात रही। आग दिल के लागल हम बुझावात रही।
मुझसे मिलने आना तो तुम भी रंग लाना अपना मन वासंती। मुझसे मिलने आना तो तुम भी रंग लाना अपना मन वासंती।
प्रकृति ने बाँट दिए जैसे मौसम विभाग, प्रकृति ने बाँट दिए जैसे मौसम विभाग,