पर्याय ही तो है हम एक दूसरे का। पर्याय ही तो है हम एक दूसरे का।
कभी बहार तो कभी दे देती है तन्हाई। कभी बहार तो कभी दे देती है तन्हाई।
सांस उसमें भी लड़ेगा तू कर शपथ कर शपथ ! ये जूनून है ना आरजू सांस उसमें भी लड़ेगा तू कर शपथ कर शपथ ! ये जूनून है ना आरजू
फ़िज़ाओं की खता क्या है ? जो ये गम छुपाती हो। फ़िज़ाओं की खता क्या है ? जो ये गम छुपाती हो।
ये तेरे प्यार का है असर, तू मेरा सोलमेट, मैं तेरा हमसफर। ये तेरे प्यार का है असर, तू मेरा सोलमेट, मैं तेरा हमसफर।
ना मैं तेरी राधा, ना मैं तेरी रूकमण, मैं तो तेरी मीरा बावरिया। ना मैं तेरी राधा, ना मैं तेरी रूकमण, मैं तो तेरी मीरा बावरिया।