वसंत ने ऐसा रूप सजाया अम्बर धरती को ही ताके है। वसंत ने ऐसा रूप सजाया अम्बर धरती को ही ताके है।
धूर धरा नाच उठी फैले हैं गेसू। धूर धरा नाच उठी फैले हैं गेसू।
मुझसे मिलने आना तो तुम भी रंग लाना अपना मन वासंती। मुझसे मिलने आना तो तुम भी रंग लाना अपना मन वासंती।
का देखो करें सब स्वागत, प्रेम, यौवन और उत्साह का चढ़ा है सब पर रंग। का देखो करें सब स्वागत, प्रेम, यौवन और उत्साह का चढ़ा है सब पर रंग।
मदहोशी इश्क़ की छाने लगी स्वागत है ऋतुराज तुम्हारा। मदहोशी इश्क़ की छाने लगी स्वागत है ऋतुराज तुम्हारा।
पीत है धरती , पीत है अम्बर पीत प्रेम बह रहा वसुधा पर । आज पीत रंग की चुनर ओढ़कर पीत है धरती , पीत है अम्बर पीत प्रेम बह रहा वसुधा पर । आज पीत रंग की ...