किंतु जब मैं ढलता हूँ, मुझे कोई नमन नहीं करता है, थके हुये मेरे तन को, कोई आर्ध्य नहीं देता, किंतु जब मैं ढलता हूँ, मुझे कोई नमन नहीं करता है, थके हुये मेरे तन को, कोई आर्ध...
इस धरा को नरक कर के स्वर्ग में सीढ़ी लगाना औरों के लिए काटें बो कर, फूल की इच्छा जताना.... इस धरा को नरक कर के स्वर्ग में सीढ़ी लगाना औरों के लिए काटें बो कर, फूल की इच्छा ...
सारी धरा का नीर अमृत हो जाऐतू मुस्कुरा भर दे तो उल्फ़त हो जाऐनयनों में बसी मेरे तेरी ही तो सूरत है सारी धरा का नीर अमृत हो जाऐतू मुस्कुरा भर दे तो उल्फ़त हो जाऐनयनों में बसी मेरे त...
प्रकृति के नियमों का पालन करना मेरे जल को साफ रखना। प्रकृति के नियमों का पालन करना मेरे जल को साफ रखना।
प्रेम समर्पण दान का मैं भाव सिखाती हूँ। प्रेम समर्पण दान का मैं भाव सिखाती हूँ।
दो जिस्म एक जान हो रहे हम हाँ यही प्यार है। दो जिस्म एक जान हो रहे हम हाँ यही प्यार है।