हो के जुदा भी वो पहाड़ मेरी तन्हाइयों में था। हो के जुदा भी वो पहाड़ मेरी तन्हाइयों में था।
विश्व की आधारशिला है जो, कहीं विलुप्त ना हो जाए। विश्व की आधारशिला है जो, कहीं विलुप्त ना हो जाए।
प्रकृति के नियमों का पालन करना मेरे जल को साफ रखना। प्रकृति के नियमों का पालन करना मेरे जल को साफ रखना।
इस कविता को पढ़कर समझिए मेरी वाणी । इस कविता को पढ़कर समझिए मेरी वाणी ।
जिस जल ने दिया था जन्म उसको, उस जल ने ही ले ली जान उसकी ! जिस जल ने दिया था जन्म उसको, उस जल ने ही ले ली जान उसकी !
और बोला तुम भी आओ कम से कम एक बार मेरे साथ मुस्कराओ। और बोला तुम भी आओ कम से कम एक बार मेरे साथ मुस्कराओ।