आओ वन्दना करें हे मनुष्य तुमको है वन्दन। आओ वन्दना करें हे मनुष्य तुमको है वन्दन।
खोजो एक अच्छा गुरू, आज से ही कर शुरू, रच नित कविता तो, हासिल मुकाम है। खोजो एक अच्छा गुरू, आज से ही कर शुरू, रच नित कविता तो, हासिल मुकाम है।
कर लो स्वागत बनकर दुल्हन नयी नवेली। कर लो स्वागत बनकर दुल्हन नयी नवेली।
देखते ही देखते हो जाती है दोपहर अब स्त्री को इंतज़ार होता है बच्चों के स्कूल से लौटने का देखते ही देखते हो जाती है दोपहर अब स्त्री को इंतज़ार होता है बच्चों के स्कूल...
कैसे समझाती साथ रहने और साथ होने का फर्क ? कैसे समझाती साथ रहने और साथ होने का फर्क ?
खन-खन कंगना, संग-संग चूड़ियां मधुर-मधुर रस घोल रहे। कब से बांट निहारूँ प्रियतम खन-खन कंगना, संग-संग चूड़ियां मधुर-मधुर रस घोल रहे। कब से बांट निहारूँ प...