आँधी उठेगी जब कभी विद्रोह की कुचल कर रख देगी वह शैतान को। आँधी उठेगी जब कभी विद्रोह की कुचल कर रख देगी वह शैतान को।
प्यार तुझसे ही था, प्यार तुझसे ही है मेरे सांसों की तार, यार तुझसे ही है माँग सिंदूर प्यार तुझसे ही था, प्यार तुझसे ही है मेरे सांसों की तार, यार तुझसे ही है म...
एक बार बचपन जीना चाहती थी। एक बार बचपन जीना चाहती थी।
बंधे हैं पंख उसके हाँ समाज उसे विधवा कहता है। बंधे हैं पंख उसके हाँ समाज उसे विधवा कहता है।
हो गई मैं तेरी अर्धांगिनी तुम मेरे साजन संसार पहन पांव में मैं पायल घर आंगन करती हूं पा... हो गई मैं तेरी अर्धांगिनी तुम मेरे साजन संसार पहन पांव में मैं पायल ...
खन-खन कंगना, संग-संग चूड़ियां मधुर-मधुर रस घोल रहे। कब से बांट निहारूँ प्रियतम खन-खन कंगना, संग-संग चूड़ियां मधुर-मधुर रस घोल रहे। कब से बांट निहारूँ प...