दो लबों पर आती है हंसी कैसे सोचा करती हूँ यूँ बैठे तन्हा दो लबों पर आती है हंसी कैसे सोचा करती हूँ यूँ बैठे तन्हा
दुनिया में हँसी के हजारों रूप कुछ ऐसे होते हैं दोस्तो। दुनिया में हँसी के हजारों रूप कुछ ऐसे होते हैं दोस्तो।
मेरी तेरी प्रीत के आगे, वक्त की नहीं कोई औकात। मेरी तेरी प्रीत के आगे, वक्त की नहीं कोई औकात।
मगर जितनी देर भी वो कायम रहता है कई तरह के अलग-अलग नज़ारे दिखाता है मगर जितनी देर भी वो कायम रहता है कई तरह के अलग-अलग नज़ारे दिखाता है
खुशियों की महफिल सजायेगी। खुशियों की महफिल सजायेगी।
आज कल की दोस्ती पैसे से मजबूत होती है दिल तो खिलौना है एक साथ पल गुज़ारना तो बहाना है...।। आज कल की दोस्ती पैसे से मजबूत होती है दिल तो खिलौना है एक साथ पल गुज़ारना तो...