खुशियों की महफिल सजायेगी। खुशियों की महफिल सजायेगी।
हर ग़लत बात पर लोग तेरा ही नाम लेते हैं, क्यों इतने इल्ज़ाम लिए फिरता है अपने सर ? हर ग़लत बात पर लोग तेरा ही नाम लेते हैं, क्यों इतने इल्ज़ाम लिए फिरता है अपने स...
पर मेरे हिस्से के सूरज का विलोपन तुम्हारे वश का नहीं। पर मेरे हिस्से के सूरज का विलोपन तुम्हारे वश का नहीं।
तो बात मनवाने में एकदम सच्चे बाल मन कोई नहीं समझ पाया। तो बात मनवाने में एकदम सच्चे बाल मन कोई नहीं समझ पाया।
कोई न समझा इसके विज्ञान को इनके बाल ममनोविज्ञान को। कोई न समझा इसके विज्ञान को इनके बाल ममनोविज्ञान को।
पर इश्क पे तो लिखा भी नहीं जाता समझ ना आया हमें इश्क हुआ। पर इश्क पे तो लिखा भी नहीं जाता समझ ना आया हमें इश्क हुआ।