प्यार
प्यार


नो महीने पेट में उसको खिलाना प्यार है
देख कर उसको फिर आँख में आँसू आना प्यार है।
रात रात भर जाग कर उसको सुलाना प्यार है
रोने से उसके फिर पल में जाग जाना प्यार है।
शरारतों पर, पापा की वो डाँट खाना प्यार है
रात को उनका हमें कुलफी खिलाना प्यार है।
भाई, बहन की बातों पर लड़ना चिढ़ाना प्यार है
पापा के आने पर सबका गले लग जाना प्यार है।
भाई का साइकिल पर अपनी, वो घुमाना प्यार है
राखी पर बहन के लिए वो गिफ्ट लाना प्यार है।
दोस्तों संग बारिश में भीग जाना प्यार है
दोस्तों के वास्ते फिर डाँट खाना प्यार है।
दोस्तों का मुश्किलों में काम आना प्यार है
बिना सोचे दुश्मनों से भिड़ भी जाना प्यार है।
कपड़े सुखाने के बहाने छत पर आना प्यार है
मुस्कुरा के छत से फिर वो भाग जाना प्यार है।
देख कर उनको दिल का धड़क जाना प्यार है
उनका फिर शरम से वो पलकें झुकना प्यार है।
बिछड़े हुए साथी को, ना भूल पाना प्यार है
चुपके से फिर याद में आँसू बहाना प्यार है।
पापा का कॉलेज में ऐडमिशन कराना प्यार है
हॉस्टिल में मां का खाना याद आना प्यार है।
पल में पत्नी का पति से रूठ जाना प्यार है
गिफ्ट देकर फिर कहीं, उसको मनाना प्यार है।
पोते पोती संग सब का साथ खाना प्यार है
बूढ़ी माँ के साथ, चार धाम जाना प्यार है।
पक्षियों को धूप में पानी पिलाना प्यार है
एक रोटी भूखे कुत्ते को खिलाना प्यार है ।
दुश्मनों की साज़िशों का भेद पाना प्यार है
देश पर सरहद पर लड़कर मर मिट जाना प्यार है।
भक्ति में प्रभु रंग में रंग जाना प्यार है
राम नाम से जिंदगी का सार पाना प्यार है।