मत रोको, मत टोको मुझको, मैं नदी की अविरल धार हूँ, है गर्व मुझे मैं नारी हूँ। मत रोको, मत टोको मुझको, मैं नदी की अविरल धार हूँ, है गर्व मुझे मैं नारी हूँ...