आराम हराम है
आराम हराम है
जब अपने जग रहे तेरे लिए,
तो तू सो रहा किस लिए ।
देख अभी की मेहनत है, फिर आराम है
ये बात नहीं मानी तो जिंदगी हराम है ।
बूंद बूंद समेट कर लिख अपना कल,
दिल लगा के काम कर
जरूर निकलेगा हल ।
यही तुझ से कहता हूं,
रुक मत बस चल,
एक दिन जरूर निकलेगा हल ।
गलतियां जो की तूने पास्ट में,
रीपीट तू ना करना हर हालत में ।
अपनी औकात में
नहीं लगने देना तू रस्ट,
इस जिंदगी की रेस में
तू ज़रूर आएगा फर्स्ट,
इस जिंदगी की रेस में
एक दिन तू ज़रूर आएगा फर्स्ट ।।
