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Lokeshwari Kashyap

Drama Classics Inspirational

4  

Lokeshwari Kashyap

Drama Classics Inspirational

इहि हमर मीत रे

इहि हमर मीत रे

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मन के हरे हार रे संगी, मन के जीते जीत रे l

इहि हमर बैरी संगी, इहि हमर मीत रे l 2....


 जीवन में सुखी रहना हे त संगी सुन ले मोर गोठ रे l

 साधक बनके साध एला, एला कर ले अपन बस म रे l

इहि हमर बैरी संगी, इहि हमर मीत रे l 2....


इहि गिराथे, इहि उठाथे संगी, करवाथे सकल परपंच रे l

इहि रेंगाथे कुपंथ संगी, इहि लेजाथे सुपंथ रे l

इहि हमर बैरी संगी, इहि हमर मीत रे l 2....


जाति-पाति के भेद संगी, इहि भरथे हमर मुड़ी म रे l

कोनो ल कहवावय ऊंच संगी, कोनो ल नीच रे l

इहि हमर बैरी संगी, इहि हमर मिल रे l 2....


कभू बनाये ये ह आलसी संगी, कभू बनाये करमबीर रे l

कभू हसवाथे ये ह संगी, बोहवाथे कभू नयन ले नीर रे l

इहि हमर बैरी संगी, इहि हमर मीत रे l

2.....


मन ल अपन जीत के संगी,सबले जाबे तै जीत रे l

तभे सिरतोन जीत होही संगी, इहि सुग्घर सही रीत रे l

इहि हमर बैरी संगी, इहि हमर मीत रे l 2...


इहि देखावय सरग संगी, इहि देखावय नरक रे l

सियान मन कइथे संगी, ये मन भारी चंचल रे l

इहि हमर बैरी संगी, इहि हमर मीत रे l

2.......


मन के हरे हार रे संगी, मन के जीते जीत रे l

इहि हमर बैरी संगी, इहि हमर मीत रे 2.......


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