याद आता है
याद आता है
वो सुबह की सर्दी,
और माँ का मुझे उठाना,
आज भी याद आता है।
स्कूल को देर हो रही है,
ये कह के मां का झुंझला जाना।
आज भी याद आता है।
बार बार अलार्म का बजना,
और मेरा उसे बंद करना,
थोड़ा-थोड़ा कर के और सोना,
लेट हो गई तो क्या बहाना करना।
आज भी याद आता है।
अंगड़ाई लेते हुए मेरा उठना,
और जल्दी - जल्दी तैयार होना,
मां के हाथ का नाश्ता न करना,
और बाहर खाने की जिद करना।
आज भी याद आता है।
स्कूल में पढ़ाई में मन ना लगाना,
मौज मस्ती का सोचना,
कैसे भी करके बहाना बनाना,
और फिर स्कूल से जल्दी घर आना।
आज भी याद आता है।
वो अधूरा होमवर्क करना,
मां को स्कूल की कहानी सुनाना,
वो पाठ याद न करना,
और सुबह फिर अध्यापक से डांट खाना।
आज भी याद आता है।
