याद मुझको तेरी आवे
याद मुझको तेरी आवे
याद मुझको तेरी आवे,
धड़ी धड़ी पल पल कछु न सुहावे।
याद मुझको तेरी आवे।
सूनी लगती है वृज़की गलियाँ,
ढुंढती हुं बनके मै बावरीया।
मनवा मेरा चैन न पावे,
याद मुझको तेरी आवे।
शरद की रजनी में तूने बुलाया,
रासमें मुजको तुने नचाया।
मुजे छोड़ तु क्युं छूप ज़ाये,
याद मुझको तेरी आवे।
अखियां तरसे, ज़ियरा तड़पे,
मनवा तेरे मिलनको तलसे।
तेरी पूकार मै दिलसे लगाउं
याद मुझको तेरी आवे।
तेरी सूरत कब देख पावे,
"मुरली" धून कैसे सून पावे।
कब आके महारास में नचावे,
याद मुझको तेरी आवे।