STORYMIRROR

Piyush Goel

Drama Others

4  

Piyush Goel

Drama Others

लोकतंत्र का तानाशाह

लोकतंत्र का तानाशाह

1 min
395


शेर के राज में शेर के खिलाफ बोलना छोड़ दो

लोकतंत्र के सारे सपने इस राज में तुम तोड़ दो

शेर की तानाशाही के खिलाफ गलती से मुंह मत खोलना

करने दो जो शेर करे, तुम गलती से भी कुछ न बोलना


गलती से अगर आवाज़ उठा दी, चुप करा दिए जाओगे

शेर के खिलाफ गर बोला कुछ भी, जंगल द्रोही ठहरा दिए जाओगे

शेर से किसी भी बात का जवाब न माँगना

पूछ सवाल शेर से खुद को मुसीबत में न डालना


जंगल में धर्म का मुद्दा बेरोजगारी से भी बड़ा हो गया

अरे गई जान उसकी जो शेर के खिलाफ खड़ा हो गया

धर्म पे

लड़ो - मरो , जंगल का सबसे बड़ा ये मुद्दा है

जंगल उस ओर बढ़ रहा जहाँ नफरत का गड्ढा है


खबरें देने वाले बन्दर को शेर नाच नचाता है

केले के लालच में बन्दर शेर की अच्छी खबरें सुनाता है

विपक्ष में बैठा हाथी आज बड़ा लाचार हो गया

जंगल मे लोकतंत्र आज बीमार हो गया


जनता द्वारा चुने जाने पर भी शेर जंगल की बैठक में नहीं आता

अरे जंगल पर हो गया भारी हमला पर शेर कुछ न बतलाता

शेर के गुलाम खरगोश और घोड़े शेर की वाहवाही करते है

और आम जानवर तो शेर की बुराई से ही डरते है



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama