जो गर्व था कभी मातृभाषा का, लोगों में ऐसा अभिमान कहाँ ? जो गर्व था कभी मातृभाषा का, लोगों में ऐसा अभिमान कहाँ ?
अजब तमाशा प्रभु तेरा संसार, डोर तेरे हाथ, मैं ठुमकना भूल गया। अजब तमाशा प्रभु तेरा संसार, डोर तेरे हाथ, मैं ठुमकना भूल गया।
जिसकी बदौलत हाथ फफोले उनका जीवन धन्य बनाते हैं। जिसकी बदौलत हाथ फफोले उनका जीवन धन्य बनाते हैं।
इश्क़ में महबूब से सुंदर कुछ भी नहीं होता है आशिक़ के नज़र में। ............ इश्क़ में महबूब से सुंदर कुछ भी नहीं होता है आशिक़ के नज़र में। ............
जब भी देखे दुनिया तुझको उनको हीरे जैसी चमक दिखा। जब भी देखे दुनिया तुझको उनको हीरे जैसी चमक दिखा।
सोने से ज्यादा (PURE) प्योर हो तुम। मुझे पसंद हो पक्की (Sure) शेयोर हो तुम। सोने से ज्यादा (PURE) प्योर हो तुम। मुझे पसंद हो पक्की (Sure) शेयोर हो तुम।