ये इश्क़ न जाने क्यों बेताब सा दिखता है खुशबू कोई भी हो फूल गुलाब सा दिखता है... ये इश्क़ न जाने क्यों बेताब सा दिखता है खुशबू कोई भी हो फूल गुलाब सा दिखता है...
गहराती जा रही है रात, बात कर लें। शिकवे जो रहे गुस्ताख, राख कर लें। गहराती जा रही है रात, बात कर लें। शिकवे जो रहे गुस्ताख, राख कर लें।
क्या पता था हमें तनहाईयाँ हाथों की लकीरों में तुम लिख जाओगे जो बात मैं समझा न कभी इश्क में तुम म... क्या पता था हमें तनहाईयाँ हाथों की लकीरों में तुम लिख जाओगे जो बात मैं समझा न...
तुझसे ही जुड़े मेरे नग्मे जग से प्यारे लगे ईश्क के लम्हे मेरी आशीकी भी क्या रंग लाई है... तुझसे ही जुड़े मेरे नग्मे जग से प्यारे लगे ईश्क के लम्हे मेरी आशीकी भी क्या रं...
था जलाना तो तेरा तासीर ऐ इश्क़ आग तुझको मेरे दिल से हे परदा -दारी क्या करूं था जलाना तो तेरा तासीर ऐ इश्क़ आग तुझको मेरे दिल से हे परदा -दारी क्या करूं
शान से मैं चलता था कोई शाह की तरह, आ गया हूँ दर दर पे क़ाफ़िले बदल डाले.... शान से मैं चलता था कोई शाह की तरह, आ गया हूँ दर दर पे क़ाफ़िले बदल डाले....