नहीं कोई दूजा है जग में, जैसी अपनी माता है। नहीं कोई दूजा है जग में, जैसी अपनी माता है।
बाप पर बहू पड़ी जबर, बाप का करा दिया वृद्धाश्रम में प्रवेश। बाप पर बहू पड़ी जबर, बाप का करा दिया वृद्धाश्रम में प्रवेश।
धन के पीछे भागने वाले आगे गड्ढा खुदा हुआ है। धन के पीछे भागने वाले आगे गड्ढा खुदा हुआ है।
पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके..... पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके.....
साहिलों से जो माँगा सहारा तूने, लहरों ने भी मुंह फेरा तुझसे। वाह रे ! क्या किस्मत है तेरी। आखिर ए... साहिलों से जो माँगा सहारा तूने, लहरों ने भी मुंह फेरा तुझसे। वाह रे ! क्या किस...