पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके..... पर समझने वाला कौन वहाँ कभी बैठे, किस्मत को कोसे, कभी फड़फड़ाते, परों को रोके.....
भारत की आज़ादी की ओर एक नज़र. आज़ादी के बाद देश सुधारने के लिए एक सहयोग. जय हिंद भारत की आज़ादी की ओर एक नज़र. आज़ादी के बाद देश सुधारने के लिए एक सहयोग. जय हिंद
नफ़रत के तीखे अल्फ़ाज़ जंहा ख़ामोश रहें सिर्फ़ प्यार की मिठी ज़ुबान हो.. नफ़रत के तीखे अल्फ़ाज़ जंहा ख़ामोश रहें सिर्फ़ प्यार की मिठी ज़ुबान हो..
कन्या कहकर पूजें जिसको अजन्मी का करें संहार शर्म लिहाज़ रिवाज़ के परदे में खो गया कन्या कहकर पूजें जिसको अजन्मी का करें संहार शर्म लिहाज़ रिवाज़ के परदे...
आज़ादी जो आज हमारे पास है, आम नहीं बच्चों ये बड़ी ही ख़ास है। किसी की सौगात नहीं संघर् आज़ादी जो आज हमारे पास है, आम नहीं बच्चों ये बड़ी ही ख़ास है। किसी की सौग...