कौन करेगा अब तुम्हारे कपड़ों, खाने और समान का ख्याल और तुम किसको हर बात पर सुनाया करोगे? कौन साथ ... कौन करेगा अब तुम्हारे कपड़ों, खाने और समान का ख्याल और तुम किसको हर बात पर सुन...
कुछ भी तो यहां नहीं बदला है, सब वैसा ही है जैसा तुम छोड़ गयी थी, मैं वैसा ही हूँ जैसा तुम्हें पसंद न ... कुछ भी तो यहां नहीं बदला है, सब वैसा ही है जैसा तुम छोड़ गयी थी, मैं वैसा ही हूँ ...
उसी के ख्वाब उसी की ख्वाहिश, क्यों वो इस कदर मुझपे छाने लगा था। उसी के ख्वाब उसी की ख्वाहिश, क्यों वो इस कदर मुझपे छाने लगा था।
क्यों ना इस बार कुछ यों कर ले तुम अपनी कहो मुझे अपनी सुनाने दो क्यों ना इस बार कुछ यों कर ले तुम अपनी कहो मुझे अपनी सुनाने दो
मेरे लिए उसकी अभी जरूरत नहीं तुम्हारी राह तो नहीं ताक रहे। मेरे लिए उसकी अभी जरूरत नहीं तुम्हारी राह तो नहीं ताक रहे।
लेकिन बहुत सुकून पाया है, यूँ ही बैठे कभी अकेले। लेकिन बहुत सुकून पाया है, यूँ ही बैठे कभी अकेले।