मैं एक टूटा हुआ आईना हूँ मुझसे जुस्तजू मत करना... मैं एक टूटा हुआ आईना हूँ मुझसे जुस्तजू मत करना...
मोबाइलों से चिपटी लाशें ही बस घूम रहीं ऐसे दौर में अगली पीढ़ी का बोझ कौन उठाएगा। मोबाइलों से चिपटी लाशें ही बस घूम रहीं ऐसे दौर में अगली पीढ़ी का बोझ कौन उठाएगा।
लोगों के सामने आईना रख दिया जाये... कुछ पल ज़िंदगी के अपने अंदाज़ में जिये जायें.. लोगों के सामने आईना रख दिया जाये... कुछ पल ज़िंदगी के अपने अंदाज़ में जिये जायें....
मगर तुम आईना हो तुममें मैं अपना प्रतिबिंब पाती हूँ। मगर तुम आईना हो तुममें मैं अपना प्रतिबिंब पाती हूँ।
जनाज़े के बाद सराहा, तो जान पाया, कि मुझमें कितनी खूबियाँ हैं ! जनाज़े के बाद सराहा, तो जान पाया, कि मुझमें कितनी खूबियाँ हैं !
प्यार कोई भाँप नहीं जो उड़ जाएगा। प्यार कोई भाँप नहीं जो उड़ जाएगा।