संवाद और संवेदना के माध्यम से सबको जोड़ने की कोशिश में एक लेखक
उसने तुरंत घड़ी पर नज़र डाली। काम, ऑफ़िस सब नेपथ्य में चला गया था। ढ़ाई साल का बेटा घर पर सो रहा होग... उसने तुरंत घड़ी पर नज़र डाली। काम, ऑफ़िस सब नेपथ्य में चला गया था। ढ़ाई साल का ब...
उसे अपने सीने पर एक जाना-पहचाना भार महसूस होने लगा उसे अपने सीने पर एक जाना-पहचाना भार महसूस होने लगा