"कुछ अलग सा "
"कुछ अलग सा "
1 min
1.0K
आज थोड़ा सा कुछ अलग किया जाये
इन बंदिशों को तोड़ा जाये
उन्मुक्त गगन में उड़ा जाये
अपनी एक अलग पहचान बनायी जाये...
अपने पर उठती उंगलियों को ठेंगा दिखाया जाये,
लोगों के सामने आईना रख दिया जाये...
कुछ पल ज़िंदगी के अपने अंदाज़ में जिये जायें..
आज थोड़ा सा कुछ अलग किया जाये.... !
