प्रोफेशनली Doctor दिल से इमोशनल लेखिका मुझे पढ़ना और लिखना दोनों पसंद है
सिर्फ अल्फ़ाज़ों में बराबरी की हिस्सेदार है वरना तो आज भी जीना दुश्वार है। सिर्फ अल्फ़ाज़ों में बराबरी की हिस्सेदार है वरना तो आज भी जीना दुश्वार है।
खुद को खत्म न करो तुम सिर्फ और सिर्फ आगे बढ़े तुम। खुद को खत्म न करो तुम सिर्फ और सिर्फ आगे बढ़े तुम।
प्यार कोई ढ़ाई आख़र का खेल नहीं और न ही कोई मन बहलाव का ज़रिया। प्यार कोई ढ़ाई आख़र का खेल नहीं और न ही कोई मन बहलाव का ज़रिया।
तुम समेट लेना मुझे अपनी बाँहों में.. मैं पिघल जाऊं तुम्हारी आगोश में.. तुम समेट लेना मुझे अपनी बाँहों में.. मैं पिघल जाऊं तुम्हारी आगोश में..
खुद को कैसे बचाती होगी उसे भी मेरी याद बेतहाशा सताती होगी। खुद को कैसे बचाती होगी उसे भी मेरी याद बेतहाशा सताती होगी।
अलहदा फ़ितरत है तेरी मेरी फिर भी जीने को तू ही ज़रूरी। अलहदा फ़ितरत है तेरी मेरी फिर भी जीने को तू ही ज़रूरी।
अजीब हैं ये दुनिया वाले राधा -कृष्णा को पूजते हैं और प्रेम से ही नफ़रत करते हैं अजीब हैं ये दुनिया वाले राधा -कृष्णा को पूजते हैं और प्रेम से ही नफ़रत करते...
उलझे से हैं हम दो पल का सुकून भी ज़रूरी है उलझे से हैं हम दो पल का सुकून भी ज़रूरी है
तेरी रगों में लहू बन कर बह जाऊं मैं। तेरी रगों में लहू बन कर बह जाऊं मैं।
मैं जहन से उसे कभी जुदा कर न सका हक़ीक़त में वो शख्स बेमिसाल था मैं जहन से उसे कभी जुदा कर न सका हक़ीक़त में वो शख्स बेमिसाल था