वतन
वतन


मेरा प्यारा वतन है हिंदुस्तान,
जान से प्यारा मूझे इसका सम्मान l
हर बार इस पावन भू पर ही जन्म लू,
बस यही है मेरे दिल में अरमान l
मेरा सुन्दर तिरंगा जान से प्यारा,
इसपर मुझको है अभिमान l
चार रंगों से सजा, पाँचवा रंग गुप्त है
सबसे बढ़के रखना इसका मान l
वतन पे मर मिटने को सदा रहे तैयार,
मेरे देश का हर सैनिक वीर नौजवान l
आलस्य जिनके पास भी न फटके,
बने रहते वीर योद्धा सदा ऊर्जावान l
अनेकों विविधताओं से है भरा हुआ,
सबसे प्यारा सबसे सुन्दर मेरा हिंदुस्तान l
करती निश - दिन वंदना इसकी,
करती हूँ नित हृदय से इसको प्रणाम l
इसके भूगोल में है अनेकों विविधताये,
संस्कृति, मान्यताओं की है यहाँ भरमार l
अनेक वेशभूषा, खानपान, बोली-भाषाएँ,
विश्व में अलग है इसकी पहचान l