उरी बाबा
उरी बाबा
खून खौल रहा रगों में,
आज हम ना काबू में है,
दुश्मन आ जाए सामने,
ये बात हमारे दिल में है।
गोलियों से भून देंगे,
क्यूंकि पॉपकॉर्न हमारे हाथ में है,
उरी ने जगाई देशभक्ति,
अब हम ना किसी के बस में है।
आतंकवादियों की एक टोली,
हमारे यहाँ भी आई है,
सोते हुए देशभक्तो के खून से,
जिन्होंने खुशियाँ पाई है।
सर्जिकल स्ट्राइक हम भी करेंगे,
यही एक धुन छाई है,
जोश है आज हाई सर्,
कसम मर मिटने की खाई है।
आज हम सोयेंगे नहीं,
एक रणनीति अपनाएंगे,
दुश्मन से लड़ने के लिए,
हम भी वही स्ट्रेटेजी बनाएंगे।
चाइना मार्किट से हम,
लेटेस्ट हथियार मंगवाएँगे,
इन छुपे भेड़ियों की,
आज अक्ल ठिकाने लगाएंगे।
अँधेरे में ये आते हैं,
कानों में गुनगुनाते हैं,
ठीक ना सोने पाते हैं,
रात भर ये सताते हैं।
सैनिक जाग रहा बॉर्डर पर,
हम बैडरूम में जागे बैठे हैं,
वो लड़ रहा देश के दुश्मनों से,
हम मच्छरों के हवाले हैं।