तेरे बिना
तेरे बिना
कुछ लोग कभी दिल में बसा लेते हैं
और कभी दिल से ही भगा देते हैं
यूं ना पूछो कैसे रहती हूं तुम्हारे बिना
तुम्हारे जैसे लोग जीना सिखा देते हैं
बहुत आए हैं और बहुत जाएंगे
लगता था तेरे बिन नहीं रह पाएंगे
अब खुद से अपनापन हो चुका है
तुम्हें कभी अपना नहीं कह पाएंगे
तुम लोगो के साथ रंग बदलते गए
धीरे धीरे मेरे दिल से निकलते गए
जब जब तुम्हारे पास आती रहीं
तुम खुद ब खुद ही दूर हटते गए
आज एक फैसला करना जरुरी है
तुझे दिल से निकालना जरूरी है
तेरे बिना किसीको अपनाया ही नहीं
अब किसी और को अपनाना जरूरी है
मैं तुझे चाहतीं हूँ वो मुझे चाहता हैं
वो दुवाओं में सिर्फ मुझे मांगता है
तेरे चक्कर में उसे कभी चाहा ही नहीं
उसे मोहब्बत थीं ये सारा जहां जानता है।

