प्यार के है कई आयाम
प्यार के है कई आयाम
प्यार की कोई भाषा नहीं,
जतलाये इसे किस भाषा में?
प्यार की कोई कीमत नहीं,
चुकाए तुम्हें किस मुद्रा में ?
प्यार की कोई उम्र नहीं,
बतलाये किन इशारों में?
प्यार की कोई सीमा नहीं,
बांधे कौन सी दीवारों में?
प्यार है जीवन संगिनी से,
दोस्त है कभी, कभी गुरु है वो।
प्यार है प्रियतमा पत्नी जी से,
माँ सी लगे, कभी बच्ची सी वो।
प्यार है प्रिये तेरी हर अदा पे,
चाहे गुस्सा हो, या हो तेरे नखरे वो
प्यार पे तेरे कुर्बान मेरे सात जन्म है,
ये पहला जन्म हो, सातवाँ ना हो।
प्यार है मुझे अपनी माँ से,
दुनिया में मुझे लाई तू
प्यार है मुझे पूज्य पिताजी से,
इंसानियत का पाठ पढ़ाये हो
प्यार है मुझे बहना तुमसे,
त्याग की भाषा सिखाये हो,
प्यार है प्यारे भैया से,
हर कदम साथ निभाये हो।
प्यार सारे दोस्तों से है,
हर मुश्किल में साथ आये हो,
प्यार आदरणीय गुरुवर से है,
ज्ञान की ज्योति जलाएं हो,
प्यार है मेरे पड़ोसियों से,
वक़्त बेवक़्त काम आये हो
प्यार है इस देश की धरती से,
गर्व से जीना सिखाये हो
प्यार ना देखे अमीरी गरीबी,
पैसो से इसे तोलना क्यूँ ?
प्यार का कोई पैमाना नहीं,
दिल में छुपा के रखना क्यूँ ?
प्यार किसी की अमानत नहीं,
इसे बांटने में झिझकना क्यूँ ?
प्यार की कोई तारीख़ नहीं,
मनाये इसे इस दिन ही क्यूँ ?