वही एक मौका था बातों का, जब तुम आराम करते थे। वही एक मौका था बातों का, जब तुम आराम करते थे।
हाथ जोड़कर दोस्तों के, दुश्मनों को आँखें दिखाना है, सारी दुनिया को अपनी माँ के कदमों में झुकना है... हाथ जोड़कर दोस्तों के, दुश्मनों को आँखें दिखाना है, सारी दुनिया को अपनी माँ क...
आज कोई कहां, कोई कहां, किसी का नहीं कोई अता पता, ढूंढते हैं फेसबुक और सोशियल साईट पे आज कोई कहां, कोई कहां, किसी का नहीं कोई अता पता, ढूंढते हैं फेसबुक और सोशि...
इमली के लिए लड़ना झगड़ना ,बेर का चुराकर खाना इमली के लिए लड़ना झगड़ना ,बेर का चुराकर खाना
दुआ करते हैं तुम सब के लिए हम, कितना भी ग़म क्यूँ न हो, उस ग़म को मिलकर कम करेंगे हम। दुआ करते हैं तुम सब के लिए हम, कितना भी ग़म क्यूँ न हो, उस ग़म को मिलकर कम...
कल ग़लती से दूरियाँ बढ़ी, कुछ दिन जानबूझकर दूरियाँ बढ़ाओ । कल ग़लती से दूरियाँ बढ़ी, कुछ दिन जानबूझकर दूरियाँ बढ़ाओ ।