कुछ कर दिखाना है
कुछ कर दिखाना है


अपनी माँ की माटी के मान के लिए,
आज नहीं तो कल कुछ कर दिखाना है।
आसमां झुकाकर उसपर चढ़ते ही जाना है,
और ध्वज अपना सबसे ऊंचा लगाना है।
हाथ जोड़कर दोस्तों के, दुश्मनों को आँखें दिखाना है,
सारी दुनिया को अपनी माँ के कदमों में झुकना है।
क्या करे कैसे करे जानते नहीं, लेकिन बढ़ते ही जाना है
आज नहीं तो कल कुछ कर दिखाना है।