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Varun Anand

Drama

4.6  

Varun Anand

Drama

बेटियां

बेटियां

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किस राह पर है ये देश मेरा,

क्या चाहती है धरती माँ

किस पिता की हसरत है ये,

क्या कर दिखाएेगीं बेटियां ।


जन्म लेती है लक्ष्मी रूप मैं,

और समय अाने पर लक्ष्मीबाई बन जाती है,

फिर भी समाज चर्चा मैं उलझा,

क्या वह पहनकर बाहर जाती है ।


मार्गदर्शन मिले पिता का,

और पति का साथ बहुत है,

कामयाबी उनके क़दमों मैं है क्या

फिर भी मारी जाऐगी बेटियां।


न रोके उसे, न टोके उसे,

जौ अपने पिता का सिर गर्व से उठाना चाहती है,

आभार है उन महिलाऔ का,

जौ सबकुछ सहकर भी कुछ कर दिखाती है।


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